ई० विवेक बरनवाल जी का जन्म उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के बाबूसराय गांव में 27 जनवरी 1985 में हुआ था।
इनके पिताजी का नाम महेश जी बरनवाल है जो जनपद के प्रतिष्ठित कालीन व्यवसाई हैं ।
ई० विवेक बरनवाल जी का पूरा परिवार विगत 60 सालों से कालीन के व्यापार के माध्यम से सैकड़ों लोगों को कालीन के काम से जोड़ता आया है।
आपके पर-दादा जी स्वर्गीय तुलसी राम बरनवाल एवं दादा जी स्वर्गीय गया प्रसाद बरनवाल एवं दया प्रसाद बरनवाल ने क्षेत्र के एवं गांव के विकास में
अपना सहयोग दिया और वर्तमान में आपका पूरा परिवार समाजसेवा के माध्यम से क्षेत्र के विकास में लगा हुआ है।
ई० विवेक बरनवाल जी अपने माताजी श्रीमती शशिकला बरनवाल से संस्कृति एवं धार्मिक उत्थान का भाव प्राप्त कर सामाजिक
सेवा एवं शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। बड़ी माताजी (ताई जी) श्रीमती माधुरी बरनवाल,
चाचाजी श्रीमती नीलिमा बरनवाल एवं छोटी चाची श्रीमती साधना बरनवाल का आशीर्वाद सदैव आप पर बना रहता है।
पिताजी श्री महेश जी बरनवाल के तीन भाइयों में बड़े भाई श्री अनिल बरनवाल, छोटे भाई श्री गणेश जी बरनवाल एवं श्री अरुण जी बरनवाल से आठ पुत्रों
में विवेक बरनवाल सातवें नंबर पर रहते हुए, सभी भाइयों के प्रति निरंतर सहयोग एवं प्रेम की भावना बनी रहती है।
विवेक बरनवाल जी के बड़े भाई का नाम श्री विकास बरनवाल एवं बहन का नाम श्रीमती रूमी बरनवाल है। ये पढ़ाई में बहुत होशियार रहे, इनकी प्राथमिक शिक्षा बाबूसराय इंटरमीडिएट कॉलेज, बाबूसराय भदोही जिले से हुई। उसके बाद के.पी. इंटरमीडिएट कॉलेज, प्रयागराज से इन्होने 12वीं की पढ़ाई वर्ष 2003 में उत्तीर्ण किया। इन्होने देश के टाप टेन उत्कृष्ट संस्थान राष्ट्रीय प्रोद्योगिक संस्थान , राउरकेला , उड़िसा से बी.टेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग वर्ष 2010 में उत्तीर्ण किया। बी० टेक की पढ़ाई पूरी करके अपने पैतृक व्यवसाय में वापस आकर रोजगार परक कार्य किया तथा साथ ही साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी मिर्जापुर जनपद में उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना की।
2010 से ही मां विंध्यवासिनी के धाम में निवास करके तमाम सामाजिक संगठनों के माध्यम से जनता की सेवा करते हुए तथा मिर्जापुर जनपद में शिक्षा के माध्यम से जनपद शैक्षणिक माहौल में प्रभावी परिवर्तन करने में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
इनका विवाह 21 नवंबर 2016 को श्रीमती शिप्रा बरनवाल से हुआ और ससुराल मेहनगर आजमगढ़ जिले में है। आपके ससुर श्री अनिल कुमार बरनवाल एवं सास श्रीमती आभा बरनवाल का आशीर्वाद हमेशा आप पर बना रहता हैं।
मिर्जापुर क्षेत्र में तमाम संगठनों के माध्यम से समाज सेवा करते हुए आपका रुझान भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों की ओर बढ़ा और भारतीय जनता पार्टी के लिए निःस्वार्थ भाव से हर कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कार्य कर रहे हैं।